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इकोन व sister co- watergrace के ताबूत पर आखिरी कील अपने प्रशासक कार्यकाल में ही लगा गए थे डीएम सविन।  

इकोन व sister co- watergrace के ताबूत पर आखिरी कील अपने प्रशासक कार्यकाल में ही लगा गए थे डीएम सविन।

 

जांच में पाया गया कि टेंडर दो कम्पनियों द्वारा जीता गया था, मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० और मै० सन लाईट। मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० द्वारा अपने ही नाम से एक एसपीवी को कार्य करने हेतु नामित किया गया था किन्तु पत्रावली से टेम्पर कर उस पर 13 पृष्ठ पृथक से चिपकाये गये जिनमें मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० को मै० भार्गव फैसिलिटी सर्विसेज़ प्रा०लि० द्वारा पुनः एसपीवी नामित किया गया। अनुमति पत्रावली की नोट शीट पर कहीं भी प्राप्त नहीं है और यह आरएफपी की शर्तों का उल्लंघन पाया गया। मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० की अर्हता से सम्बंधित भी टेंडर पत्रावली पर कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं है लेकिन अनुबंध मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० से किया गया और उसे ही वर्तमान तक भुगतान किया जा रहा था। इसके अतिरिक्त, भुगतान की पत्रावलियों से स्पष्ट है कि मै० ईकान वेस्ट मैनेजमेन्ट सोल्यूशंस प्रा०लि० को अनुबंध की तिथि से पूर्व के बिल पर भी भुगतान किया गया है। देहरादूनः शहर में अवैध तरीके से घर-घर कूड़ा उठान का ठेका लेने वाली इकोन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी को आखिर कार नगर निगम ने अनुबंध समाप्त कर बाहर कर दिया है। 26 वार्डों में कूड़ा उठान का नगर निगम से अनुबन्ध था, जिसमं आए दिन कर्मचारियों की हड़ताल और वार्डों में नियमित रूप से वाहनों का संचालन न करने पर नगर निगम ने फैसला लिया है। इससे पूर्व यह कम्पनियां प्रशासक रहते डीएम की नजरो में तब आ गई थी जब आए दिन वेतन न मिलने पर हड़ताल चौपट सफाई व्यवस्थाओं निंरतर पर मॉनिटिरिंग कर चेतावनी, नोटिस अर्थदण्ड की कार्यवाही के बाद भी कम्पनी सुधरने कीा नाम नही ले रही थी, जिसपर डीएम ने वाटरग्रेस की प्रशसक रहते नगर निगम से छुट्टी कर दी थी तथा इकोन वेस्ट मैनेजमेंट सोल्यूशंस प्रा0लि0 को बाहर निकालने के की नीव रख दी थी। नगर निगम ने कंपनी की लचर कार्यशैली और आवंटित वार्डों में वाहनों के नियमित न आने की शिकायत निंरतर जारी थी। इसके अतिरिक्त कम्पनी के कर्मचारियों को समय पर वेतन-भत्तों का भुगतान न होने के कारण हड़ताल से भी आए दिन सफाई व्यवस्था कार्य प्रभावित हो रहा था। नगर निगम ने कम्पनी के अनुबंध समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया।
इकोन कंपनी के पास थी इन वार्ड की सफाई उठान की जिम्मेदारी मालसी, विजयपुर, रांझावाला, रेसकोर्स उत्तर, एमकेपी, डालनवाला उत्तर, डालनवाला पूरब, डालनवाला दक्षिण, बद्रीश कालोनी, राजीव नगर, वाणी विहार, शाह नगर, धर्मपुर, नेहरू 1 कालोनी, गुजराड़ा मानसिंह, डांडा लखौंड, आमवाला तरला, न ननूरखेड़ा, लाडपुर, नेहरूग्राम, डोभाल चौक, रायपुर, मियांवाला, रेस्ट कैंप, बालावाला और नकरौंदा।
कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिए जाने पर नगर निगम ने इकोन कंपनी से विधिक तौर पर काम छीनकर इस कंपनी को आवंटित 26 वार्डों की सफाई का जिम्मा अब सनलाइट कंपनी को दे दिया है। इंकोन कंपनी को फर्जी तरीके से टेंडर जारी करने का आरोप है। इस मामले में जांच चल रही है। वहीं फर्जीवाड़े पर ही वाटरग्रेस – कंपनी से काम छीनकर नगर निगम घर-घर कूड़ा उठान का खुद देख रहा है। नगर निगम और इकोन कंपनी के बीच हुए अनुबंध के तहत कंपनी को 26 वार्ड दिए गए। कंपनी के काम पर लगातार सवाल उठते रहे डीएम ने प्रशासक रहते कई समीक्षा बैठक, चेतावनी, नोटिस भारी अर्थदण्ड लगाया था, जिस पर डीएम ने वाटरग्रेस से 47 वार्डों का सफाई का कार्य हटा दिया गया था। डीएम ने 26 वार्ड वाली इकोेन की जांच में भी रियायत नही की। कंपनी के लचर काम के चलते आए दिन हड़ताल होने से कूड़ा उठान का काम प्रभावित हो रहा था। इसलिए इकोन कंपनी को बाहर कर रास्ता दिखा दिया है। नगर निगम द्वारा इकोन कंपनी से अनुबंध निरस्त करने के बाद इस कंपनी को आवंटित 26 वार्ड सनलाइट कंपनी को दिए हैं। वाहनों को भी जल्द हेंडओवर कर लिया जाएगा। सनलाइट कंपनी को जल्द काम संभालने के निर्देश जारी किए गए हैं।

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