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सीएम ने भी सभी यात्रियों से उनका हालचाल जाना और आश्वस्त किया कि उन्हें सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है और उन्हें सुरक्षित पहुंचाया..  

कल शाम से ही अलर्ट पर स्वयं मुख्यमंत्री धामी , आपदा प्रभावित से लेकर , यात्रा मार्ग पर फसे लोगो. के साथ खडे मिले धामी

सीएम ने रात में ही पहले फोन पर जाना श्रद्धालुओं का हालचाल जाना, फिर सुबह यात्रियों के बीच पहुंचे

 

केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं ने सीएम धामी को अपने बीच पाया तो राहत की सांस ली। संकट में फंसे होने के बावजूद श्रद्धालु सीएम धामी के कार्यों की सराहना करने लगे

सीएम ने भी सभी यात्रियों से उनका हालचाल जाना और आश्वस्त किया कि उन्हें सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है और उन्हें सुरक्षित पहुंचाया..

सीएम धामी सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग जनपदों हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे

 

 

बाबा केदार के धाम पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए बीती रात बड़ी कठिन और काली रात थी। रास्ते बंद होने से उनके सामने मुश्किल थी, कि कैसे वह बाहर निकल पाएंगे, लेकिन सुबह सीएम को अपने बीच पाकर उन्हें ये आश्वासन मिला कि प्रदेश का मुखिया उनके साथ है और उन्हें सुरक्षित पहुंचाया जाएगा।

उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटना से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दस लोगों की भी जान चली गई। वहीं बादल फटने से केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई श्रद्धालु फंसे थे। प्रदेश के मुखिया सीएम धामी अलर्ट दिखे तो अधिकारी भी सतर्क नजर आए। केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं तक रात में राहत सामग्री पहुंचाई गई, वहीं सीएम धामी सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग जनपदों हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे।

केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं ने सीएम धामी को अपने बीच पाया तो राहत की सांस ली। संकट में फंसे होने के बावजूद श्रद्धालु सीएम धामी के कार्यों की सराहना करने लगे। सीएम ने भी सभी यात्रियों से उनका हालचाल जाना और आश्वस्त किया कि उन्हें सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है।

सीएम ने रात में ही पहले फोन पर जाना श्रद्धालुओं का हालचाल जाना, फिर सुबह यात्रियों के बीच पहुंचे

गुजरात, पंजाब के तीर्थयात्री से सीएम ने पूछा कि सभी ने केदारनाथ के दर्शन अच्छे से किए तो श्रद्धालु बोले कि बाबा के दर्शन के साथ ही आपके भी दर्शन हो गए।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने से यहां कई श्रद्धालु फंस गए थे। बीती रात को ही करीब 200 श्रद्धालुओं को जीएमवीएन में ठहराया गया।
कुछ लोगों को पैदल मार्ग से निकाला गया तो कुछ का हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। टिहरी में भी बादल फटने से भारी तबाही मची है। सीएम धामी यहां प्रभावितों से मिलने भी पहुंचे

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