
सीएम धामी बोले कि राज्य में सख्त भू-कानून लागू कर अवैध कब्जों पर प्रभावी रोक लगाई गई है

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने
भीमताल विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ नैनीताल जनपद के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के लिए 112 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 17 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
जिनमें सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, खेल, सिंचाई सहित विभिन्न विकासपरक परियोजनाओं के अलावा निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु गौशाला का भी लोकार्पण किया मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये सभी परियोजनाएँ इस क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं को और अधिक सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी निरंतर कार्य कर रही है।हम केदारखंड की भांति ही मानसखंड के पौराणिक मंदिरों के भी पुनरुत्थान एवं सौंदर्गीकरण हेतु संकल्पित होकर कार्य कर रहे हैं।
इसी क्रम में, सिद्धपीठ नैनादेवी मंदिर के साथ-साथ कैंची धाम, तल्लीताल में हनुमानगढ़ी और मुक्तेश्वर धाम सहित क्षेत्र के विभिन्न पौराणिक मंदिरों का विकास किया जा रहा है उन्होंने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि विपक्ष के लोगों को देवभूमि में सनातन संस्कृति का सम्मान और मंदिरों में कराए जा रहे सौंदर्गीकरण के कार्यों से भी परेशानी है उन्हें बाबरी मस्जिद तो पसंद आती हैं, लेकिन कैंची धाम के विकास से परेशानी होती है
मुख्यमंत्री धामी नें मंच से विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि में ऐसे सभी लोगों के स्पष्ट कर देना चाहता हूं ये देवों की भूमि है और इस पवित्र भूमि के प्रताप को बनाएं रखने के लिए मैं और मेरी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है और हम किसी कीमत पर यहाँ मुगलपरस्त मानसिकता को पनपने नहीं देंगे और जब तक मुझे आप का आशीर्वाद मिलता रहेगा, मैं उत्तराखंड की इस समृद्ध आध्यात्मिक विरासत को और भी अधिक भव्य और सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य करता रहूँगा।
वही मुख्यमंत्री धामी ने कहा
हमारी सरकार राज्य के सम्पूर्ण विकास के साथ-साथ अपने सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु भी पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है हमने जहां एक ओर प्रदेश में सख्त धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानूनों को लागू किया है, वहीं लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी मुल्लावादी कट्टर प्रवृत्तियों खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की है।
धामी नें कहा बनभूलपुरा का उदाहरण आप सभी ने देखा था।
हमारी सरकार ने बनभूलपुरा में दंगाइयों के खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई की थी कि आज भी कोई व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्ज़ा करने से पहले सौ बार सोचता है और जिन्होंने कर लिया था वो आजकल स्वयं ही अपने हाथों से उन कब्जों को तोड़ रहे हैं धामी नें फिर कांग्रेस का हमला करते हुए
कहा इनको हमारे द्वारा लैंड जिहाद पर कार्रवाई करने से दिक्कत होती है…. कांग्रेस को लैंड जिहाद करने वाले अच्छे लगते हैं
धामी कांग्रेस पर एक के बाद एक प्रहार कर थे मुख्यमंत्री धामी ने कहा कांग्रेस ने हमारी देवभूमि की डेमोग्राफी को बिगाड़ने के लिए ऐसे-ऐसे स्थानों पर विशेष समुदाय के लोगों को बसाने का काम किया है जहां कभी उस समुदाय के लोगों का अस्तित्व तक नहीं था वह बोले
हाल ही में मेरे संज्ञान में इसी क्षेत्र का एक मामला आया है, जहां जंगलों के बीच में बड़े स्तर पर कब्ज़ा कर अवैध ईमारत खड़ी की गयी है।
पर मैं, आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हम देवभूमि में धर्म की आड़ में होने वाले इस लैंड जिहाद को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और ऐसे सभी निर्माणों को मिट्टी में मिलकर ही दम लेंगे। पर जब हम प्रदेश में हरा कपड़ा, नीला कपड़ा, पीला कपड़ा डालकर सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हैं।
तो इससे कांग्रेस को बड़ी परेशानी होती है वो मानते हैं कि देवभूमि पर चादर बिछा कर कब्ज़ा करने वालों का भी उतना ही अधिकार है जितना आप लोगों का है.. धामी नें जनता से पूछा कि आप ही बताइए क्या ऐसे कब्जे करने वालों का देवभूमि में अस्तित्व रहना चाहिए?
क्या हमें इनके खिलाफ कार्रवाई बंद करनी चाहिए?
मुख्यमंत्री धामी नें कहा हमारी सरकार ने राज्य में हो रहे सुनियोजित लैंड जिहाद पर सख्त कार्रवाई करते हुए 10 हजार एकड़ से अधिक की सरकारी भूमि को लैंड जिहादियों से मुक्त कराया है।
लेकिन कांग्रेस की आंखों पर पड़ी वोटबैंक की पट्टी के चक्कर में उन्हें लैंड जिहाद नहीं नजर आता
हमने अब प्रदेश में एक सख्त भू-कानून भी लागू कर दिया है, जिससे राज्य के मूल स्वरूप के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। धामी नें कहा हम प्रदेश में गौमाता के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी निरंतर प्रयासरत है, आज भी हमने इस क्षेत्र में एक गौशाला का लोकार्पण किया है पर गौमाता के संरक्षण पर भी कांग्रेस को राजनीति दिखाई देती है और
कांग्रेस इसे राजनीतिक चश्मे से आंकती है.. वही धामी नें कहा कि
हमने प्रदेश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता कानून लागू कर सभी धर्मों के नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू किया लेकिन कांग्रेस को समान नागरिक संहिता से भी तकलीफ है, उन्हें लगता है कि इससे एक विशेष समुदाय के अधिकार छीने जा रहे हैं। जबकि सच ये है कि कांग्रेस अपनी वोटबैंक की राजनीति के चक्कर में सच्चाई का सामना नहीं करना चाहती।
धामी नें कहा , हमने उत्तराखंड में पनप रही विभाजनकारी मानसिकता पर अंकुश लगाने के लिए राज्य में एक नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड को भी समाप्त करने का निर्णय लिया है। अब अगले वर्ष से उत्तराखंड में सभी मदरसों में सरकारी बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम ही पढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा हम देवभूमि में जेहादी मानसिकता को पनपाने वाले अलगाववादी केंद्र नहीं, बल्कि ज्ञान और संस्कार के मंदिर स्थापित करना चाहते हैं। जब अल्पसंख्यक स्कूलों में गुरुबाणी गूंजेगी तो इसमें कांग्रेस को क्या परेशानी है।
हमने राज्य में बच्चों को गुमराह करने वाले 250 से अधिक अवैध मदरसों को भी ताला लगाने का कार्य किया है। इसमें कांग्रेस को क्या परेशानी है? जब हम सनातन धर्म को बदनाम करने का षड्यंत्र करने वाले तत्वों के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करते हैं, तो कांग्रेस का पेट क्यों दुखता है? धामी नें कहा आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसे भी कई घुसपैठिये हैं जो नाम और भेष बदल कर देवभूमि उत्तराखंड की पवित्रता और सनातन परंपराओं को कलंकित करने का काम कर रहे थे। हमने “ऑपरेशन कालनेमि” के माध्यम से राज्य में ऐसे पाखंडियों और विधर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाहीं प्रारंभ की है।
इसमें भी कांग्रेस के लोगों को बड़ी समस्या है लेकिन मैं, उन्हें स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम ऐसे घुसपैठियों को देवभूमि उत्तराखंड से निकालकर वापस वहीं पहुंचा रहे हैं जहां से वो आए हैं।
कुल मिलाकर बात यह है कि धामी सरकार द्वारा लिए गए इन निर्णयों के कारण आज देशभर में मानव अधिकारों के नाम पर सनातन धर्म को बदनाम करने वाले एकजुट हो गए हैं और कांग्रेस के साथ मिलकर ये अर्बन नक्सल गैंग धामी सरकार के खिलाफ षडयंत्र करने में जुटी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा मैं आप लोगों से ये आव्हान करता हूं आप लोग देवभूमि की संस्कृति के संरक्षक है इसलिए अपने अपने स्तर पर इस मानसिकता को करारा जवाब दें और इन्हें स्पष्ट करें कि देवभूमि में इनकी साजिश बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
